पटना:उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल में मौत का खुला तांडव शुरू है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार लगभग 80 बच्चों की मौत कथित चमकी बुखार से हो चुकी है। लेकिन मौत का यह आंकड़ा सरकारी रिकॉर्ड से कहीं ज्यादा है। पुरे देश में इस मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत की खबर सभी न्यूज़ चैनल और अखबारों की सुर्खियां बन रही है। यह मौत का तांडव यहाँ पहली बार नहीं हुआ है। पिछले करीब एक दशक से मुजफ्फरपुर में लीची के मौसम में इस तरह मौत का तांडव शुरू हो जाता है। पुरे अमले की जाँच को आज मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में जब केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन प्रेस वार्ता कर मीडिया से बात कर रहे थे, तब उनके जूनियर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे सोते रहे।
आवाज सुनकर बीच-बीच में आँखें खोलकर जगे होने का दिखावा करने का अथक प्रयास कर रहे थे। इन सबके बीच यह बड़ा सवाल है की जिस अस्पताल में पंद्रह दिनों के भीतर अस्सी से ज़्यादा बच्चों की मौत हो चुकी हो , वहाँ मुआयना करने आए मंत्री सोते रहे तो मौत का तांडव इसी तरह होता रहेगा। अश्वनी चौबे के साथ सुशासन वाले बिहार सरकार के मंत्री सुरेश शर्मा भी सोते रहे। इन दोनों मंत्रियो के प्रेस वार्ता के दौरान सोते रहने की तस्वीर किसी और ने नहीं उनके करीबी ने ही वायरल कर दिया।